Your cart is currently empty!
शनि दोष निवारण पूजा
Original price was: ₹5,100.00.₹3,100.00Current price is: ₹3,100.00.
शनि दोष की पहचान करने के लिए पहले यह पता लगाना चाहिए कि शनि ग्रह का मेल मेष राशि में ना हो अगर ऐसा है तो इसे शनि दोष कहा जाता है। इसके साथ यदि शनि ग्रह शत्रु राशि के साथ होता है तो इस अवस्था में भी शनि दोष उत्पन्न हो जाता है।
उज्जैन एक प्राचीन तीर्थनगरी है यहाँ पर पवित्र शिप्रा बहती है जिसके किनारे कुंडली के सभी दोषों के निवारण की पूजा की जाती है। आपकी कुंडली के शनि दोष ने नारात्मक प्रभाव के निवारण की पूजा करवाने के लिए हमसे संपर्क करें।
Description
शनि दोष की पहचान करने के लिए पहले यह पता लगाना चाहिए कि शनि ग्रह का मेल मेष राशि में ना हो अगर ऐसा है तो इसे शनि दोष कहा जाता है। इसके साथ यदि शनि ग्रह शत्रु राशि के साथ होता है तो इस अवस्था में भी शनि दोष उत्पन्न हो जाता है।उज्जैन एक प्राचीन तीर्थनगरी है यहाँ पर पवित्र शिप्रा बहती है जिसके किनारे कुंडली के सभी दोषों के निवारण की पूजा की जाती है। आपकी कुंडली के शनि दोष निवारण पूजा करवाने के लिए हमसे संपर्क करें।
शनि दोष निवारण पूजा क्यों आवश्यक? –
यह दोष कुंडली में शनि के राहु या केतू के साथ बैठने से उत्पन्न होता है।
व्यक्ति की अच्छी खासी चल रही जीवनचर्या को यह दोष तहस नहस कर देता है हनुमान जी के पिता केसरी पर यह दोष लगा था ऐसा शास्त्रसंगत कथन है ।
इस पूजा से लाभ –
(1)जीवन में आरही परेशानी का निवारण होता है।
(2)घर के लोगो में सुख शांति और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
(3)कर्ज से मुक्ति और शनि देव की कृपा आपके परिवार पर होने लगती है।
(4)परिवार में मंगल कार्यों का आगमन होता है।
वाहन सुख प्राप्त होता है।
पूजा – शनि दोष निवारण पूजा घर बैठकर ऑनलाइन पंडित विद्वानों द्वारा शास्त्रोक्त विधि से करवाई जाती हैं जिसमे प्रधान मंडल शनि का होता है और 40000 मंत्र जप किए जाते है, शनि का दान तेल और काला कपड़ा तथा उड़द दान किया जाता है पूजन और हवन भी जिसमे शामिल हैं। आपके घर पूजन के पश्चात विशेष प्रसादी आपके पते पर हम भेजते है।
ग्रह शांति या कुंडली पूजा उज्जैन में ही क्यों?
ज्योतिष के अनुसार उज्जैन कर्क रेखा पर स्थित है और काल गणना का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। उज्जैन में भगवन श्री शिव, महाकाल के रूप में विराजित है और महाकाल को हम समय के देवता के रूप में पूजते है। उज्जैन सप्तपुरियों में से एक है जो की सनातन धर्म की एक प्रमुख तीर्थनगरी भी है। यहाँ एक ज्योतिर्लिंग, एक शक्तिपीठ, एक महाशक्तिपीठ, अष्ट भैरव, जागृत शमशान, एक कल्पवृक्ष और नदियों में श्रेष्ठ शिप्रा बहती है। इसीलिए इन पूजा का महत्त्व उज्जैन के करवाने के कारण बढ़ जाता है। हम यह पूजा सिद्धवट घाट पर करवाते है जो की उज्जैन का सबसे प्राचीन और चमत्कारिक घाट है जहाँ पूजा करने से सारी मनोकामनायें पूरी होती है। सिद्धवट घाट पर अति प्राचीन कल्पवृक्ष जिसे सिद्धवट के नाम से भी जाना जाता है यह पूजा उस वट वृक्ष के नीचे होने से और भी ज्यादा फलदायी हो जाती है।
sumit singh –
Panditji ki madad se Pooja bahut achhe dhang se hui. Mujhe bahut achha anubhav hua.
Ashvin patel –
Pooja ke baad maine achha parinam dekha. Mere jeevan mein sudhaar aaya.