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मंगल दोष क्या है और इससे कैसे निपटें?
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मंगल दोष क्या है और इससे कैसे निपटें?
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह का अत्यधिक महत्व है। यह ग्रह ऊर्जा, साहस, और जुनून का प्रतीक है। लेकिन जब मंगल ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो इसे मंगल दोष या मंगलीक दोष कहा जाता है। यह दोष व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और अन्य क्षेत्रों में बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। इस लेख में, हम मंगल दोष के कारण, प्रभाव और इसे दूर करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
मंगल दोष क्या है?
मंगल दोष तब उत्पन्न होता है जब मंगल ग्रह जन्म कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है। इसे मंगलीक दोष के नाम से भी जाना जाता है। यह दोष व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में समस्याएं, देरी और कभी-कभी टूटन का कारण बन सकता है।
मंगल दोष के प्रभाव
- वैवाहिक जीवन पर प्रभाव:
- विवाह में देरी हो सकती है।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद और तनाव उत्पन्न हो सकता है।
- तलाक या रिश्ते में स्थायित्व की कमी हो सकती है।
- व्यक्तिगत जीवन पर प्रभाव:
- मानसिक तनाव और क्रोध की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
- साहस और ऊर्जा का दुरुपयोग हो सकता है।
- आर्थिक जीवन पर प्रभाव:
- धन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- निवेश में हानि होने की संभावना रहती है।
मंगल दोष के प्रकार
- पूर्ण मंगल दोष: जब मंगल पूरी तरह से कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है।
- आंशिक मंगल दोष: जब अन्य शुभ ग्रह मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करते हैं।
मंगल दोष से कैसे निपटें?
मंगल दोष का समाधान ज्योतिषीय उपायों के माध्यम से किया जा सकता है। यहां कुछ प्रमुख उपाय दिए गए हैं:
- मंगल ग्रह की शांति के लिए पूजा:
- “ॐ अं अंगारकाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- मंगल दोष निवारण उपाय:
- मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए लाल मूंगा धारण करें।
- मंगलवार के दिन व्रत रखें।
- दान और सेवा:
- मंगलवार को मसूर की दाल, लाल कपड़े और गुड़ का दान करें।
- गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करें।
- कुंभ विवाह या विष्णु पूजा:
- यदि मंगल दोष के कारण वैवाहिक समस्याएं हो रही हैं, तो कुंभ विवाह या भगवान विष्णु की विशेष पूजा करें।
- ज्योतिषीय परामर्श लें:
- किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लें और अपनी कुंडली का विश्लेषण कराएं।
क्या सभी मंगली दोष हानिकारक होते हैं?
यह जानना महत्वपूर्ण है कि सभी मंगल दोष हानिकारक नहीं होते। यदि कुंडली में अन्य ग्रह शुभ स्थिति में हैं, तो वे मंगल के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं। साथ ही, दो मंगली व्यक्तियों के विवाह से मंगल दोष का प्रभाव समाप्त हो सकता है।
निष्कर्ष
मंगल दोष एक आम ज्योतिषीय समस्या है, लेकिन इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। सही ज्योतिषीय उपायों और पूजा-पाठ के माध्यम से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। अगर आप अपनी कुंडली में मंगल दोष से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श करें और सुझाए गए उपायों को अपनाएं। याद रखें, सही दृष्टिकोण और धैर्य के साथ हर समस्या का समाधान संभव है।
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