नवग्रह शांति के उपाय

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नवग्रह शांति के उपाय: जानिए कैसे शांति पा सकते हैं नौ ग्रहों से

ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का महत्व अत्यधिक है, क्योंकि ये नौ ग्रह (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, और केतु) हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। इन ग्रहों की स्थिति और दशा व्यक्ति के जीवन में सुख, दुःख, समृद्धि और कष्टों का निर्धारण करती है। जब इन ग्रहों की स्थिति कुंडली में अशुभ होती है या ग्रह दोष उत्पन्न होते हैं, तो जीवन में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में नवग्रह शांति के उपायों से इन दोषों को कम किया जा सकता है और जीवन में शांति और समृद्धि लाई जा सकती है। इस ब्लॉग में हम नवग्रह शांति के कुछ प्रभावी उपायों के बारे में जानेंगे।

नवग्रह और उनका प्रभाव

नवग्रह हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं। इनके प्रभाव से व्यक्ति के स्वास्थ्य, रिश्तों, करियर, वित्तीय स्थिति, और मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ होती है, तो उसे अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन ग्रहों की शांति के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं, ताकि उनके नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सके और जीवन में सकारात्मकता का संचार हो सके।

नवग्रह शांति के उपाय

  1. सूर्य ग्रह के उपाय
    सूर्य हमारे आत्मविश्वास, उर्जा, और शक्ति का कारक है। यदि सूर्य कुंडली में कमजोर स्थिति में हो, तो व्यक्ति को आत्मविश्वास की कमी हो सकती है। सूर्य को प्रसन्न करने के लिए:
    • हर रविवार को सूर्य मंत्र “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें।
    • नियमित रूप से तांबे का दान करें।
    • लाल वस्त्र पहनें और सूर्य के रंगों का ध्यान रखें।
    • सूर्य देवता को ताजे जल से अर्घ्य दें।
  2. चंद्रमा ग्रह के उपाय
    चंद्रमा मानसिक शांति और भावनाओं का कारक है। यदि चंद्रमा कमजोर हो, तो मानसिक तनाव, चिंता और भावनात्मक असंतुलन हो सकता है। चंद्रमा की शांति के लिए:
    • हर सोमवार को चंद्रमा मंत्र “ॐ सोमाय नमः” का जाप करें।
    • चाँदी की वस्तु का दान करें।
    • सफेद रंग का वस्त्र पहनें और दूध का सेवन बढ़ाएं।
    • चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन व्रत रखें।
  3. मंगल ग्रह के उपाय
    मंगल ऊर्जा, साहस और शौर्य का कारक है। अगर मंगल कुंडली में अशुभ हो, तो व्यक्ति को शारीरिक कष्ट, झगड़े और विवादों का सामना हो सकता है। मंगल की शांति के लिए:
    • मंगलवार को “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः मङ्गलाय नमः” मंत्र का जाप करें।
    • लाल वस्त्र पहनें और तांबे का दान करें।
    • हनुमान जी की पूजा करें और विशेष रूप से मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  4. बुध ग्रह के उपाय
    बुध ग्रह बुद्धि, संचार और शिक्षा का कारक है। यदि बुध कमजोर हो, तो व्यक्ति को शिक्षा में रुकावट, दिमागी परेशानी और संचार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बुध की शांति के लिए:
    • बुधवार को “ॐ बुद्धाय नमः” मंत्र का जाप करें।
    • हरे रंग की वस्त्र पहनें और हरे मूंग का दान करें।
    • बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए बुध व्रत रखें।
  5. गुरु ग्रह के उपाय
    गुरु ग्रह ज्ञान, शिक्षा, और धन का कारक है। यदि गुरु ग्रह कमजोर हो, तो व्यक्ति को शिक्षा, व्यवसाय और जीवन में निरंतर संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। गुरु की शांति के लिए:
    • गुरुवार को “ॐ गुरवे नमः” मंत्र का जाप करें।
    • पीली वस्त्र पहनें और पीले रंग की मिठाई दान करें।
    • गुरु देवता की पूजा करें और यथासंभव शिक्षा क्षेत्र में उन्नति प्राप्त करें।
  6. शुक्र ग्रह के उपाय
    शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि का कारक है। यदि शुक्र कुंडली में कमजोर हो, तो व्यक्ति को प्रेम संबंधों में समस्याएं और वित्तीय कष्ट हो सकते हैं। शुक्र की शांति के लिए:
    • शुक्रवार को “ॐ शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
    • सफेद वस्त्र पहनें और सफेद फूलों का दान करें।
    • शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए रत्नों का सेवन करें, जैसे हीरा या क्यूँकि।
  7. शनि ग्रह के उपाय
    शनि ग्रह न्याय, कड़ी मेहनत और समय का कारक है। यदि शनि कमजोर हो, तो व्यक्ति को जीवन में संघर्ष और विलंब का सामना करना पड़ सकता है। शनि की शांति के लिए:
    • शनिवार को “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
    • काले रंग के वस्त्र पहनें और लोहे का दान करें।
    • शनिदेव को तेल का अभिषेक करें और बड़ के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।
  8. राहु ग्रह के उपाय
    राहु ग्रह माया, भ्रम और विघटन का कारक है। यदि राहु कमजोर हो, तो व्यक्ति को भ्रम, मानसिक तनाव और जीवन में दिशाहीनता हो सकती है। राहु की शांति के लिए:
    • राहु मंत्र “ॐ राहवे नमः” का जाप करें।
    • नीले रंग के वस्त्र पहनें और काले तिल का दान करें।
    • राहु को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।
  9. केतु ग्रह के उपाय
    केतु ग्रह मोक्ष, ध्यान और विद्या का कारक है। यदि केतु कमजोर हो, तो व्यक्ति को मानसिक परेशानी, शारीरिक कष्ट और मानसिक अशांति हो सकती है। केतु की शांति के लिए:
    • केतु मंत्र “ॐ केतवे नमः” का जाप करें।
    • सफेद रंग की वस्त्र पहनें और मोती दान करें।
    • केतु के लिए हनुमान जी की पूजा और रात्रि में दीप जलाना लाभकारी होता है।

निष्कर्ष

नवग्रह शांति के उपाय न केवल ग्रहों के दोष को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि ये व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी लाते हैं। यदि आप इन उपायों का नियमित रूप से पालन करते हैं, तो आप अपने जीवन को अधिक संतुलित और सफल बना सकते हैं। हर ग्रह के साथ संबंध बनाने के लिए आवश्यक है कि हम उसे सम्मान दें और उसके प्रभाव को सकारात्मक दिशा में लाने का प्रयास करें।

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