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The Benefits of Kundali Dosh Pooja at Siddhvat Ghat, Ujjain: A Guide to Eliminating Astrological Challenges Astrology plays a significant role in the lives of many people, and often, planetary positions in a birth chart (kundali) can lead to challenges, known as Kundali Dosh. These doshas, or afflictions, can create obstacles in various aspects of…
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सूर्य ग्रह को ज्योतिष में शक्ति, आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, आत्मसम्मान, स्वास्थ्य, और पिता का कारक माना जाता है। कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में सफलता, समृद्धि और मान-सम्मान का कारण बनती है। यदि सूर्य ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो सूर्य जप का जाप करने से इसके दोषों का निवारण किया…
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चंद्र ग्रह को ज्योतिष में मन, भावनाएं, मानसिक शांति, माता, और जल तत्व का कारक माना जाता है। चंद्रमा का हमारे मन और भावनाओं पर गहरा प्रभाव होता है। यदि चंद्रमा कुंडली में शुभ स्थिति में हो, तो व्यक्ति को मानसिक शांति, संतुलित भावनाएं, और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। वहीं, चंद्रमा की अशुभ स्थिति मानसिक…
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शुक्र ग्रह को ज्योतिष में सौंदर्य, प्रेम, विवाह, भौतिक सुख-सुविधाओं, कला, और विलासिता का कारक माना जाता है। शुक्र का शुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, वैवाहिक सुख, भोग-विलास और रचनात्मकता को बढ़ाता है। अगर किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में होता है, तो शुक्र जप का जाप करने…
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बुध ग्रह का ज्योतिष में विशेष स्थान है। यह ग्रह बुद्धि, वाणी, व्यापार, संचार और तर्क का प्रतिनिधित्व करता है। बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होने पर व्यक्ति को तर्कशक्ति, व्यापारिक कुशलता और अच्छी संचार क्षमता प्राप्त होती है। बुध जप का नियमित रूप से करने से बुध ग्रह की कृपा प्राप्त की जा सकती…
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शनि जप का ज्योतिष और धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। शनिदेव को कर्म, न्याय और अनुशासन के ग्रह के रूप में जाना जाता है। शनि जप का नियमित रूप से और श्रद्धा से करने पर कई लाभ होते हैं। यहां शनि जप के कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं: शनि जप के लाभ: शनि…
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गुरु ग्रह (बृहस्पति) को ज्योतिष में ज्ञान, धर्म, आस्था, समृद्धि, शुभता और शिक्षा का प्रतीक माना जाता है। इसे सभी ग्रहों का गुरु कहा जाता है, और यह व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, धन, सुख-संपत्ति, और आध्यात्मिक उन्नति का कारक होता है। यदि किसी की कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर होता है या अशुभ स्थिति…
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केतु ग्रह को ज्योतिष में मोक्ष, आध्यात्मिकता, रहस्यमयी ज्ञान, और तप का कारक माना जाता है। केतु का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, और ज्ञान की प्राप्ति में सहायता करता है। हालांकि, कुंडली में केतु की अशुभ स्थिति से मानसिक अस्थिरता, अवसाद, और अनपेक्षित कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।…
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राहु ग्रह को ज्योतिष में छाया ग्रह माना जाता है, जो भ्रम, छल, आकस्मिकता, मानसिक तनाव, और भौतिक इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करता है। राहु का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में अचानक बदलाव, अप्रत्याशित लाभ या हानि, और मानसिक तनाव उत्पन्न कर सकता है। अगर कुंडली में राहु ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो यह अव्यवस्थित…
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परिचय : नागपंचमी पर कालसर्प पूजा नागपंचमी हिंदू धर्म में नाग देवताओं की पूजा का पवित्र त्योहार है। इस दिन कालसर्प पूजा का विशेष महत्व होता है। कालसर्प दोष, जो राहु और केतु के बीच सभी ग्रहों के आ जाने से उत्पन्न होता है, जीवन में बाधाओं और परेशानियों का कारण बन सकता है। नागपंचमी…
अंतर्दशा कुंडली-दोष ग्रहण के दौरान उपाय ग्रह शांति ग्रहों-का-प्रभाव ग्रहों का असर ग्रहों की स्थिति जीवन में दशा का प्रभाव ज्योतिष ज्योतिष दशा ज्योतिष शास्त्र ज्योतिषीय-उपाय दशा प्रणाली प्रत्यंतरदशा बुध ग्रह भारतीय ज्योतिष मंगल मंगल का प्रभाव मंगल ग्रह मंगल दोष रत्न-उपाय राशियां वैदिक-ज्योतिष शनि के उपाय शनि दोष शनि पूजा शनि मंत्र शुक्र सिंह राशि सूर्य