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सप्तम भाव और वैवाहिक जीवन ज्योतिषशास्त्र में प्रत्येक भाव का अपनी विशेष भूमिका है, और इनमें से सप्तम भाव का विशेष महत्व है। सप्तम भाव वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी और साझेदारियों का प्रतिनिधित्व करता है। यदि इस भाव की स्थिति मजबूत हो, तो यह व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकता है, लेकिन…
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शनि ग्रह का प्रभाव और उपाय ज्योतिषशास्त्र में शनि ग्रह का बहुत महत्व है। शनि को न्याय का देवता और कर्मफल देने वाला ग्रह माना जाता है। यह व्यक्ति के जीवन में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के परिणाम ला सकता है, जो कि व्यक्ति के कर्मों पर निर्भर करते हैं। शनि का प्रभाव जीवन…
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राहु और केतु का असर और उपाय ज्योतिषशास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। ये ग्रह व्यक्ति के जीवन में अदृश्य तरीके से प्रभाव डालते हैं, और इनके प्रभाव को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। राहु और केतु के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन हो सकता है, चाहे वह मानसिक…
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शादी के लिए सबसे उपयुक्त राशियाँ शादी एक जीवनभर का संबंध होता है, और इस संबंध के लिए सही साथी का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति का जन्म किसी न किसी राशि में हुआ होता है, और हर राशि के अपने गुण, स्वभाव और जीवन के प्रति दृष्टिकोण होते हैं।…
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कुंडली में सूर्य और चंद्रमा के स्थान का महत्व ज्योतिषशास्त्र में कुंडली एक व्यक्ति के जीवन की मार्गदर्शिका मानी जाती है, और इसमें सूर्य और चंद्रमा का स्थान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। सूर्य और चंद्रमा को एक व्यक्ति के जीवन, मानसिक स्थिति, शारीरिक स्वास्थ्य और व्यक्तित्व के बारे में गहरे संकेत मिलते हैं। ये…
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नवग्रह और उनके प्रभाव भारतीय ज्योतिष में नवग्रहों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। नवग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव होता है, और इनका असर हमारे व्यक्तित्व, जीवन के विभिन्न पहलुओं और भविष्य के घटनाक्रमों पर पड़ता है। हर ग्रह का विशेष गुण और प्रभाव होता है, जो हमारे जीवन में विभिन्न रूपों में दिखाई…
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दशा प्रणाली: जानिए आपकी दशा का असर भारतीय ज्योतिष में दशा प्रणाली का अत्यधिक महत्व है। यह प्रणाली व्यक्ति के जीवन में विभिन्न घटनाओं, अनुभवों और घटनाक्रमों को समझने का एक प्रमुख माध्यम है। दशा का असर हमारे जीवन के उतार-चढ़ाव, मानसिक स्थिति और भौतिक सफलता पर गहरा प्रभाव डालता है। इस ब्लॉग में हम…
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सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय महत्व: एक गहरी समझ सूर्य ग्रहण का भारतीय ज्योतिष में बहुत महत्व है। यह एक प्राकृतिक घटना है, जब चंद्रमा सूर्य के सामने आकर उसे पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है। ग्रहण का समय विशेष रूप से संवेदनशील माना जाता है और इसे प्रभावशाली माना जाता है क्योंकि…
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कुंडली में चंद्र ग्रहण का प्रभाव: जीवन पर असर और उपाय चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी चंद्रमा को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेती है। ज्योतिष के अनुसार, चंद्र ग्रहण का व्यक्ति की कुंडली पर गहरा प्रभाव पड़ता है,…
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कुंडली में पितृ दोष और उसके उपाय: जीवन में शांति और समृद्धि के लिए मार्गदर्शन ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष का विशेष महत्व है। यह दोष तब उत्पन्न होता है जब हमारे पूर्वजों की आत्मा असंतुष्ट होती है, और उनका आशीर्वाद हमें प्राप्त नहीं होता। पितृ दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई कठिनाइयों…
कुंडली-दोष ग्रह शांति ग्रहों का प्रभाव जीवन में दशा का प्रभाव ज्योतिष ज्योतिष उपाय ज्योतिष और शादी ज्योतिष दशा ज्योतिष में मंगल ज्योतिषीय-उपाय ज्योतिषीय ग्रह प्रत्यंतरदशा बुध ग्रह भारतीय ज्योतिष मंगल और विवाह मंगल का प्रभाव मंगल ग्रह मंगल ग्रह का प्रभाव मंगल दोष योग और राशि राशि और स्वास्थ्य राशि का प्रभाव राशि के अनुसार आहार राशिफल शनि के उपाय शनि दोष शनि पूजा शुक्र ग्रह स्वस्थ जीवन स्वास्थ्य पर राशि का असर